ग़मों के बदल का कारवाँ चला सिर्फ तन्हाई और दर्द मिला ग़मों के बदल का कारवाँ चला सिर्फ तन्हाई और दर्द मिला
जब आस्पताल में एक नन्ही बच्ची को जन्म दिया , तब मेरे मन में तितली की तरह एक स्पंदन प जब आस्पताल में एक नन्ही बच्ची को जन्म दिया , तब मेरे मन में तितली की तरह ...
आज लिखूँ या कल कौन से भारत का निर्माण लिखूँ आज लिखूँ या कल कौन से भारत का निर्माण लिखूँ
चंचल ,सुशील मधुर रस हाला शीतल पवन आ रही हो चढ़ जाए ,बिन पिये प्याला न सोचूं तो भी खिल चंचल ,सुशील मधुर रस हाला शीतल पवन आ रही हो चढ़ जाए ,बिन पिये प्याला न सो...
जीवन है संगीत या संगीत सा जीवन कभी आरोह, कभी अवरोह कभी मिलन, कभी विछोह जीवन है संगीत या संगीत सा जीवन कभी आरोह, कभी अवरोह कभी मिलन, कभी विछोह
कुछ अनकहा सा था , जो बह गया कुछ बेपनाह सा था जो दिल में ही रह गया, अब नई मंजिलों म कुछ अनकहा सा था , जो बह गया कुछ बेपनाह सा था जो दिल में ही रह गया, ...